ये उदास जिंदगी मुझे उस मुकाम तक ले जाती है... कि मुझे तुम.एक तुम... फिर तुम और बस तुम ही तुम... याद आते हो.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें