सोमवार, 16 मई 2016

पापा....कहते हैं...तु नलायक है ।....दोस्त कहते हैं....तु नायक हैं ।.....दुश्मन कहते हैं.....तु खलनायक हैं....ओर......लड़कियाँ....कहती हैं.....तु सिर्फ...हमारे लायक हैं...

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